ads By ravi

Thursday, June 24, 2010

संगीत का ताना-बाना

बुनें सुर-संगीत का ताना-बाना


एक समय ऐसा था, जब आवाज को उसके मूल रूप में ही रिकॉर्ड किया जाता था, परन्तु आज उसमें काफी हद त 25; बदलाव लाया जा सकता है। यह सब संभव हो पाया है ‘ऑडियो इंजीनियरिंग’ से। वैसे तो आवाज या म्युजिक का इतिहास काफी पुराना (1877 में थॉमस एडीसन ने संबंधित मेकेनिज्म की खोज की) है, लेकिन 20वीं शताब्दी तक आते-आते उसमें कई चीजें जुड़ गईं।

ऑडियो इंजीनियरिंग, ऑडियो साइंस की ही एक शाखा है। इसमें साउंड कैप्चर करने, रिकॉर्डिंग करने, कॉपी करने, एडिटिंग एवं मिक्सिंग करने, इलेक्ट्रॉनिक एवं मैकेनिकल उपकरणों द्वारा आवाज में उतार-चढ़ाव लाने संबंधी कार्य किए जाते हैं। यह पूरा कार्य पोस्ट प्रोडक्शन के अंतर्गत आता है। इसमें एक इलेक्ट्रॉनिक मिक्सिंग बोर्ड लगा होता है, जिससे रिकॉर्डिंग एवं एडिटिंग प्रक्रिया में साउंड इनपुट जैसे स्विच, डायल, लाइट्स एवं मीटर को नियंत्रित किया जाता है। यह कार्य ऑडियो इंजीनियर के जरिए संपन्न किया जाता है। कई बार इन्हें रिकॉर्डिंग इंजीनियर या साउंड इंजीनियर के नाम से भी जाना जाता है।

ऑडियो इंजीनियरिंग नई पीढ़ी के लिए एक उभरता हुआ करियर है, जो भारत एवं विदेश दोनों जगह फिल्म, वीडियो प्रोडक्शन, साउंड ब्रॉडकास्टिंग एवं एडवर्टाइजिंग में संभावनाएं तलाशता है। इस फील्ड के लिए खुद से कमिटमेंट एवं इंटरेस्ट होना आवश्यक है।

एजुकेशनल क्वालिफिकेशन

एक सफल ऑडियो इंजीनियर बनने के लिए ऑडियोग्राफी, साउंड रिकॉर्डिंग एवं ऑडियो इंजीनियरिंग में डिप्लोमा अथवा डिग्री कोर्स का होना आवश्यक है। वैसे तो इस फील्ड में किसी विशेष शैक्षिक योग्यता की दरकार नहीं होती, परन्तु ऑडियो इंजीनियरिंग में बैचलर अथवा पीजी डिग्री को वरीयता दी जाती है। जहां तक डिमांड की बात है तो ऑडियो इंजीनियर बनने के लिए फिजिक्स अथवा मैथ्स की आधारभूत जानकारी सहायक साबित होती है, जिसके दम पर वे रिकॉर्डिंग रूम में कई तरह की प्रतिध्वनि का आकलन कर सकते हैं। इसमें अधिक प्रैक्टिकल ज्ञान के आधार पर एक अच्छा ऑडियो इंजीनियर बना जा सकता है।

जिन छात्रों के पास इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग एवं फाइन आर्ट की पृष्ठभूमि रही है, वे भी इस कोर्स के लिए उपयुक्त साबित हो सकते हैं। साथ ही उन्हें रिकॉर्डिंग उपकरणों जैसे मिक्सिंग कंसोल्ड एवं माइक्रोफोन की जानकारी भी होनी चाहिए। इस कार्य में उन्हें डिजिटल ऑडियो स्टेशन, स्पीकर, एंप्लीफायर सहì7;त कई अन्य म्यूजिक उपकरणों का प्रयोग करना पड़ता है।

कोर्स डिटेल्स

ऑडियो इंजीनियरिंग में साउंड रिकॉर्डिंग, एडिटिंग एवं मिक्सिंग के तकनीकी एवं रचनात्मक पहलुओं का बारीकी से अध्ययन किया जाता है। इसमें अधिकतर कोर्स की शुरुआत ही साउंड एवं रिकार्डिंग, पोस्ट प्रोडक्शन एवं ब्रॉडकास्टिंग की आधारभूत थ्योरी एवं फ्रिक्वेंसी से की जाती है। इसके तकनीकी पहलुओं के अंतर्गत ही साउंड मिक्सिंग में स्पेशल इफेक्ट्स डाला जाता है। कोर्स के बाद छात्र रिकॉर्डिंग टूल्स, माइक्रोफोन के प्रयोग के बारे में अच्छी तरह से वाकिफ हो जाते हैं। इसके अलावा ऑडियो राइटिंग, इलेक्ट्रॉनिक म्यूजिक, साउंड रिकॉर्डिंग, म्यूजिक बिजनेस, मल्टीट्रैक प्रोडक्शन आदि कई ऐसे एरिया हैं, जिन्हें ऑडियो इंजीनियरिंग के तहत शामिल किया जाता है।

पर्सनल स्किल्स

एक ऑडियो इंजीनियर को टेक्निकल नॉलेज, इलेक्ट्रिकल एप्टीट्यूड, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल सिस्टम एवं इक्विपमेंट की जानकारी होनी आवश्यक है। म्यूजिक प्रोडक्शन में टीम वर्क, अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स आपके काम को गति दे सकते हैं। एकाग्रता, धैर्य, अच्छी समझ, अच्छी लय की जरूरत, अच्छी रिद्म जैसे गुण ऑडियो इंजीनियर के लिए आवश्यक हैं। इसके साथ ही उसे रिकॉर्डिंग माध्यमों जैसे एनालॉग टेप, डिजिटल मल्टीट्रैक रिकॉर्डर एवं कम्प्यूटर नॉलेज की जानकारी भी सम्यक सहायता दिला सकती है।

नौकरी के अवसर

इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए ऑडियो इंजीनियरिंग में डिप्लोमा या डिग्री पहली सीढ़ी होती है। सफलतापूर्वक कोर्स करने के बाद मूवी, टेलीविजन, एडवर्टाइजिंग, मल्टीमीडिया संस्थान, ब्रॉडकास्टिंग, सीडी प्रोडक्शन आदि में जॉब पा सकते हैं। लेकिन एक ऑडियो इंजीनियर को जो फील्ड सबसे ज्यादा आकर्षित करती है, वह म्यूजिक इंडस्ट्री है। इसमें प्रारंभ में रिकॉर्डिंग इंजीनियर के सहायक के रूप में करियर आरंभ कर सकते हैं। अपने अनुभव के आधार पर जल्द ही वे ऑडियो इंजीनियर के पद पर पहुंच सकते हैं। इसके अतिरिक्त माइक्रोफोन, रिकॉर्डर, मिक्सर एवं सॉफ्टवेयर, म्यूजिक एवं स्पीच में कई तरह के काम सामने आते हैं। साउंड, म्यूजिक, डायलॉग, स्पेशल इफेक्ट्स, म्यूजिक प्रोड्यूसर को भी स्पेशलाइजेशन के रूप में अपनाया जा सकता है। म्यूजिक प्रोड्यूसर बनने के बाद खुद का रिकॉर्डिंग स्टूडियो भी शुरू किया जा सकता है। स्टूडियो स्थापित करने के अलावा ऑडियो इंजीनियर फ्रीलांस के रूप में भी काम कर सकते हैं। ऑडियो इंजीनियरिंग का क्षेत्र काफी प्रतियोगी है। इसमें वही लोग सफल हो सकते हैं, जिनमें टैलेंट एवं विशेष गुण है।

करियर ऑप्शंस

इसमें कुछ प्रमुख करियर ऑप्शंस नीचे दिए जा रहे हैं-

स्टूडियो इंजीनियर

साउंड रिकॉर्ड करने, आवाज को बेहतरीन एवं नियंत्रित करने के लिए स्टूडियो में म्यूजिक एवं स्पीच को आकर्षक रूप देना स्टूडियो इंजीनियर का कार्य है। यह ऑडियो इंजीनियर का महत्त्वपूर्ण पद होता है।

ब्रॉडकास्ट इंजीनियर

इनका कार्य ब्रॉडकास्ट से जुड़े उपकरणों को सेट करने से लेकर उनकी देखभाल तक का होता है।

साउंड एडिटर

साउंड एडिटर डायलॉग एडिटर, म्यूजिक एडिटर एवं साउंड इफेक्ट एडिटर।
साउंड एडिटर इन तीनों का काम देखता है।

डायलॉग एडिटर

यह व्यक्ति मूवी, टीवी चैनल प्रोग्राम के एनालॉग को एडिट करता है।

म्यूजिक एडिटर

म्यूजिक एडिटर म्यूजिक ट्रैक को एडिट करता है।

साउंड इफेक्ट एडिटर

यह साउंड इफेक्ट को अंतिम रूप देने के प्रति उत्तरदायी होता है।

मिक्स इंजीनियर

यह किसी भी म्यूजिक को अंतिम रूप देते हैं। साथ ही यह विभिन्न रिकॉर्डिंग ट्रैक को एक रूप में मिलाते हैं।

रिकॉर्डिंग इंजीनियर

इनका कार्य मुख्यत: प्रमुख उपकरणों जैसे माइक्रोफोन, मिक्सर, हेडफोन आदि को सेट करना होता है।

साउंड डिजाइनर

साउंड डिजाइनर किसी भी फिल्म, म्यूजिक एवं प्रस्तुति की साउंड को डिजाइन करने तथा बिखरे हुए तत्वों को मिलाते हैं।

स्टूडियो मैनेजर

साउंड मैनेजर रिकॉर्डिंग के लिए स्टूडियो की बुकिंग एवं मेंटेनेंस के प्रति जिम्मेदार होते हैं तथा ये अपनी आर्गेनाइजेशनल स्किल्स के जरिए म्यूजिक प्रोड्यूसर, इंजीनियर एवं म्यूजीशियन को लाभ पहुंचाते हैं। साथ ही ये फाइनेंशियल मामलों को भी देखते हैं।

सेलरी स्ट्रक्चर

बतौर ऑडियो इंजीनियर इनकी सेलरी 10,000 रुपए प्रतिमाह से शुरू होती है तथा मान्यता मिल जाने के बाद इनकी सेलरी में तेजी से इजाफा होता है। तीन से चार साल के अनुभव के बाद इनकी सेलरी 30-35 हजार रुपए तक पहुंच जाती है। विदेशों में जॉब के अवसर मिलने के बाद सेलरी की कोई निश्चित सीमा नहीं होती।

इसके प्रमुख संस्थान निम्न हैं-

फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे-411004
वेबसाइट www.ftiindia.com

सत्यजीत राय फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट, कोलकाता,
वेबसाइट www.srfti.gov.in

एसएई टेक्नोलॉजी कॉलेज, तमिलनाडु
वेबसाइट - www.saeindia.net

एशियन एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन, नोएडा-201301
वेबसाइट - www.aaft.co

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